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समाचार पत्र की आत्मकथा Questions and Answers, Notes, Summary

I. एक वाक्य में उत्तर लिखिए :

प्रश्न 1.
किन्हीं दो समाचार पत्रों के नाम बताइए
उत्तरः
नवभारत टाइम्स, हिन्दुस्तान टाइम्स आदि।

प्रश्न 2.
हिन्दी का पहला समाचार पत्र कौन-सा है?
उत्तरः
हिन्दी का पहला समाचार पत्र ‘उदंत मार्तड़’ है।

प्रश्न 3.
प्राचीन काल में राजा-महाराजा संदेश कैसे भेजते थे?
उत्तरः
प्राचीन काल में राजा-महाराजा कबूतरों और संदेशवाहकों द्वारा संदेश भेजते थे।

प्रश्न 4.
समाचार पहुँचाने के नवीन साधन कौन-कौन से हैं ?
उत्तरः
समाचार पहुँचाने के नवीन साधन, रेडियो, टेलीफोन, दूरदर्शन, कंप्यूटर आदि है ।

प्रश्न 5.
कन्नड़ का पहला समाचार पत्र कौन-सा है ?
उत्तरः
कन्नड का पहला समाचार पत्र ‘मंगलूरू समाचार’ हैं।

II. दो-तीन वाक्यों में उत्तर लिखिए :

प्रश्न 1.
आजकल प्रचलित कन्नड़, अंग्रेजी और हिंदी के दैनिक अखबारों की सूची तैयार कीजिए
उत्तर:
आजकल प्रचलित कन्नड़, अंग्रेजी और हिन्दी के दैनिक अखबारों की सूची – नवभारत टाइम्स, हिन्दुस्तान टाइम्स, टाइम्स ऑफ इंडिया, डेक्कन हेराल्ड, इंडियन एक्सप्रेस, अमर उजाला, संयुक्त कर्नाटक, विजय कर्नाटक, प्रजावाणी, उदयवाणी, दैनिक जागरण, राजस्थान पत्रिका, जनसत्ता, लोकसत्ता आदि हैं।

प्रश्न 2.
समाचार पत्रों में कौन-कौन से विषय होते हैं?
उत्तरः
समाचार पत्र में देश-विदेशों में घटनेवाली घटनाओं का विवरण रहता है। खेल-कूद, सिनेमा, मौसम, नौकरी संबंधी विज्ञापन, बाजार-भाव, कृषि-व्यापार संबंधी सूचनाएँ मिलती हैं। कार्टून, पदबंध, विवाह संबंधी विज्ञापन, परीक्षोपयोगी सामग्री, परीक्षा-फल आदि भी जान सकते हैं। आजकल बड़े-बड़े लेखकों की रचनाएँ भी प्रकाशित होने लगी हैं। विशेषांकों में जीवनी, कविता, एकांकी, नाटक, कहानी, आलोचना, स्वास्थ्य, फिल्म संबंधी सूचनाएँ भी प्रकट होती रहती हैं। किसानों के लिए कृषि संबंधी विशेष जानकारी भी मिलती है। इन सबके अलावा वैज्ञानिक आविष्कारों से भी परिचित होते हैं।

III. समझिए और लिखिए

  1. दूरदर्शन – दूर + दर्शन – टेलिविजन
  2. दूरभाषा – दूर + भाषा – टेलिफोन
  3. दूरसंचार – ‘दूर + संचार – टेलीकम्यूनिकेशन

IV. सही शब्द चुनकर लिखिए :
(सुन, पढ़, पढ़-सुन)

  1. ‘रेडियो’ से समाचार सुन सकते हैं
  2. दूरदर्शन में हम समाचार सुन और पढ़ सकते हैं।
  3. समाचार पत्र पढ़ सकते हैं

V. सही (✓) या गलत (✗) का निशान लगाइए :

  1. समाचार पत्र ज्ञान का महंगा साधन है। (✓)
  2. प्राचीन काल में कबूतरों के द्वारा संदेश भेजते थे। (✓)
  3. रेडियो से हम समाचार पढ़ सकते हैं। (✗)
  4. रोज़ समाचार पढ़ने से हमारा ज्ञान बढ़ता है। (✓)

VI. दोनों खंडों को जोड़कर नए शब्द बनाइए :
Karnataka Solutions for Class 8 Hindi वल्लरी Chapter 6 समाचार पत्र की आत्मकथा 1

प्रश्न 1.
किन्हीं दो समाचार पत्रों के नाम बताइए
उत्तरः
नवभारत टाइम्स, हिन्द

VII. मैं कौन ?

प्रश्न 1.
घर में हो तो कली
बाहर हो तो खिली
उत्तर:
Karnataka Solutions for Class 8 Hindi वल्लरी Chapter 6 समाचार पत्र की आत्मकथा 2
छतरी

प्रश्न 2.
दाना दुनका खाता हूँ
मैं भी पाला जाता हूँ।
शांति दूत सब कहते हैं,
पत्र भी देने जाता हैं।
उत्तर:
Karnataka Solutions for Class 8 Hindi वल्लरी Chapter 6 समाचार पत्र की आत्मकथा 3
कबूतर
अपने दोस्तों के साथ ऐसे ही अन्य पहेलियों को बुझाइए।

VIII. नमूने के अनुसार विलोम शब्द लिखिए :
उदा :  सुबह x शाम

  1. अमीर x गरीब्र
  2. अंदर x बाहर
  3. जीना x मरना
  4. ज्ञान x अज्ञान
  5. सस्ता x वितस्ता
  6. एक x अनेक
  7. सरल x कठिन

IX. नमूने के अनुसार अलग – अलग अर्थ देनेवाले वाक्य लिखिए :

दो – 1. राधा के पास दो रुपये हैं।
दो – 2. लता को कलम दो।

अ. कल

  1. मेरा दोस्त कल बेंगलूर जाते हैं।
  2. आज मैं स्कूल जाऊँगा, कल नहीं आऊँगा।

आ. मत

  1. अधिक भोजन मत खाओ ।
  2. बेटा, तुम चिंता मत करो.

इ. पर

  1. मेज़ पर किताबें हैं।
  2. मैं लिखना चाहता था पर स्याही खत्म हो गई।

X. चित्र देखकर उनके लिए दो शब्द लिखिए :
Karnataka Solutions for Class 8 Hindi वल्लरी Chapter 6 समाचार पत्र की आत्मकथा 4

XI. नमूने के अनुसार सही वर्तनीवाले शब्द लिखिए :
Karnataka Solutions for Class 8 Hindi वल्लरी Chapter 6 समाचार पत्र की आत्मकथा 5
Karnataka Solutions for Class 8 Hindi वल्लरी Chapter 6 समाचार पत्र की आत्मकथा 6

भाषा ज्ञान
‘दिवरुक्ति’

अखबार पढ़ते – पढ़ते हम चाय पीते हैं। इस वाक्य में पढ़ते शब्द की आवृत्ति हुई है। इसे द्विरुक्ति कहते हैं। ऐसे अन्य पाँच शब्द लिखिए।

पूरक वाचन
पढ़िए और लिखिए :

दूरदर्शन के माध्यम से हम संसार के किसी भी स्थान पर होनेवाली किसी भी घटना को सीधे प्रसारण दुबारा अपने घर बैठे – बैठे देख सकते हैं। विश्व के किसी भी कोने में होनेवाले खेलों का आनंद हम घर बैठे ले सकते हैं। दूरदर्शन केवल मनोरंजन को ही नहीं बल्कि ज्ञान का भी स्रोत है। यह हमें जीवन के प्रत्येक क्षेत्र के बारे में जानकारी उपलब्ध कराता है।
दूरदर्शन के माध्यम से देश में ही नहीं अपितु विदेश में हो रही घटनाओं, क्रियाकलापों तथा व्यापक सुधारों को जनसामान्य तक पहुँचाया जा सकता है। इसको जनसामान्य के जीवन पर गहरा प्रभाव पड़ता है और मनुष्य अपनी जीवन-शैली को परिवर्तित करता है। दूरदर्शन सभ्यता व संस्कृति के प्रचार-प्रसार में सहायक होता है।

दूरदर्शन से शिक्षा, विज्ञान, व्यापार, चिकित्सा, युद्ध, कृषि व राजनीति आदि से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारियाँ प्राप्त होती हैं। शिक्षा के क्षेत्र में तो दूरदर्शन बहुत ही महत्वपूर्ण सिद्ध हुआ है। शिक्षण -कार्य में दूरदर्शन के उपयोग से समय और धन दोनों की ही बचत होती है। सामान्य ज्ञान के विकास में तो दूरदर्शन बहुत ही उपयोगी साबित हुआ है। दूरदर्शन पर व्यावसायिक वस्तुओं की कीमतों में उतार-चढ़ाव को देख सकते हैं। इसके द्वारा हमें शेयर बाज़ार की भी जानकारी प्राप्त होती है। दूरदर्शन मनोरंजन का एक उपयोगी साधन है। दूरदर्शन पर प्रसारित किए जानेवाले विभिन्न कार्यक्रम हमें स्वस्थ मनोरंजन प्रदान करते हैं। केबल टेलीविजन के माध्यम से विश्व भर के चैनलों में से अपना मनपंसद चैनल चुनकर अपना मनोरंजन व ज्ञानवर्धन कर सकते हैं।

  1. दूरदर्शन केवल मनोरंजन का ही नहीं बल्कि ज्ञान का भी स्रोत है।
  2. दूरदर्शन सभ्यतासंस्कृति के प्रचार-प्रसार में सहायक होता है।
  3. शिक्षण कार्य में दूरदर्शन के उपयोग से समय और धन दोनों की ही बचत होती है।

समाचार पत्र की आत्मकथा Summary in Hindi

समाचार पत्र की आत्मकथा पाठ का सारांश:

समाचार पत्र को अखबार भी कहते हैं। इस पाठ में समाचार पत्र के महत्व और लाभ को बताया गया है। रोज सबेरे उठते ही लोग समाचार पत्र पढ़ते हैं। देश विदेश की खबरों से परिचित हो जाते हैं। समाचार पत्रों को पढ़े बिना कुछ लोगों की सुबह नहीं होती। अखबार पढ़ते-पढ़ते चाय या काफी पीते हैं। घर में बैठे-बैठे विश्व की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। मनोरंजन के लिए भी यह सुलभ-साधन है।

पुराने जमाने में राजा-महाराजा कबूतरों के द्वारा संदेश भेजा करते थे। कभी-कभी संदेशवाहक संदेश लेकर जाते थे। रेडियो, टेलिफोन, दूरदर्शन, कम्प्यूटर, समाचार पत्र के साथी हैं। रेडियो से केवल समाचार सुन सकते हैं। दूरदर्शन के द्वारा घटनाओं को देख सकते हैं।

भारतवर्ष में पहले अंग्रेजी में बंगाल गजट’ अखबार सन् 1780 में प्रकाशित हुआ। हिन्दी में ‘उदंत मार्तंड’, कन्नड़ में ‘मंगलूरु समाचार’ सन् 1843 में पहले प्रकाशित हुआ। आज हर एक भाषा में अखबार प्रकाशित होते हैं। कुछ प्रसिद्ध समाचार पत्रों के नाम है – नवभारत टाइम्स, हिन्दुस्तान टाइम्स, टाइम्स आफ इंडिया, डेक्कन हेराल्ड, इंडियन एक्सप्रेस, अमर उजाला, संयुक्त कर्नाटक, विजय कर्नाटक, प्रजावाणी, उदयवाणी, दैनिक जागरण, राजस्थान पत्रिका, जनसत्ता, लोकसत्ता आदि।

कुछ समाचार पत्र दैनिक है और कुछ साप्ताहिक और कुछ पाक्षिक। विषय की दृष्टि से समाचार पत्रों को सामाजिक, धार्मिक, आर्थिक, सांस्कृतिक, मनोरंजक आदि वर्गों में विभाजित किया जाता है। अखबार द्वारा देश-विदेश में घटनेवाली घटनाओं का वर्णन मिलता है। खेल-कूद, सिनेमा, मौसम, नौकरी संबंधी विज्ञापन, बाजार-भाव, कृषि व्यापार संबंधी सूचनाएँ मिलती हैं। काटुन, पदबंध, विवाह संबंधी विज्ञापन, परीक्षा फल की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

अखबारों में बड़े लेखको की रचनाएँ प्रकाशित होती है। जीवनी, कविता, एकांकी, नाटक, कहानी, आलोचना, स्वास्थ्य संबंधी लेख, फिल्म संबंधी सूचनाएँ आदि जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। वैज्ञानिक आविष्कारों से परिचित होते हैं। समाचार पत्र का रिश्ता जीवन-भर का रिश्ता है। सचमुच समाचार पत्र जीवन का एक अभिन्न अंग बन गया है।

समाचार पत्र की आत्मकथा Summary in English

Every morning newspaper can be seen in every house. Some people feel that without reading a newspaper their morning is not yet started. Many people drink their tea or coffee while reading the newspaper. Newspaper plays a vital role in human’s life. Newspaper is a cheap and accessible resource of knowledge for all poor and rich. Now a days there are many sources of receiving news and are Radio, Television, Telephone, Computer etc. In the old era the Kings used to send messages through pigeons. In India the first newspaper was published in the year 1780 and was “Bengal Gazette” (English).

“Udatmatand’ in Hindi and ‘Mangalore Samachar Patra’ in Kannada started in 1843. Now a days in various languages newspapers are publishing in thousands of numbers. Navbharat Times of India, Decan Herald, Indian Express, Vijaya Karnataka, Praja Vani, Dainik Jagran, Amar Vjala, Jansatha, Rajasthan Patrika, etc are some newspapers published.

Newspapers have been publishing in the form of daily, Weekly and fronightly. News of national and international incidents are found in newspaper sports, Movies, weather, job-related advertisements, market price index. Trade and agriculture, matrimonial, examinations related topics, exam results etc. In literary work like poetry, drama, prose, story. Biography, criticism, etc. are also published. Important information regarding agriculture is also provided in newspapers for the benefits of farmers. Students must cultivate the habit of reading newspapers. By this, they do not get only new information but also their mental development enhances.

समाचार पत्र की आत्मकथा Summary in Kannada

समाचार पत्र की आत्मकथा Summary in Kannada 1
समाचार पत्र की आत्मकथा Summary in Kannada 2
समाचार पत्र की आत्मकथा Summary in Kannada 3
समाचार पत्र की आत्मकथा Summary in Kannada 4

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